डूबते सूरज की रोशनी मेंं कही उम्मीद बाकी है मेंरी की कश्ती बस मिलन को है अपने साहिल स डूबते सूरज की रोशनी मेंं कही उम्मीद बाकी है मेंरी की कश्ती बस मिलन को है अपन...
बदली है तारीख आज बस खुशियों के आसार नहीं। बदली है तारीख आज बस खुशियों के आसार नहीं।
कोई नहीं है बड़ा और न है कोई छोटा सब कोई है एक समान। कोई नहीं है बड़ा और न है कोई छोटा सब कोई है एक समान।
था वजूद तब तक मैं था था वजूद तब तक मैं था
ज़िन्दगी के हर पहलु को समझना मुश्किल है, किसी से उम्मीद रखना फ़िज़ूल है | ज़िन्दगी के हर पहलु को समझना मुश्किल है, किसी से उम्मीद रखना फ़िज़ूल है |
वक़्त के साथ लोग बदलते हैं मगर आज कल वक़्त रेहते गर्लफ्रेंड भी बदलती है पहले जिसे कह वक़्त के साथ लोग बदलते हैं मगर आज कल वक़्त रेहते गर्लफ्रेंड भी बदलती है प...